SEO में Technical Seo और On page Seo करने का सही तरीका क्या है ?

 आज के इस आर्टिकल में हम समझने वाले है की  Technical Seo और On page Seo क्या होता है ? टेक्निकल SEO के प्रकार क्या – क्या है ? ऑन पेज कितने प्रकार का होता है ? SEO करने के क्या फायदे है ? SEO करना क्यों जरूरी है ? SEO करने से वेबसाइट पर क्या असर होगा ?….आदि आपके सभी सवालो के जवाब इस लेख में देखने को मिलेंगे। 

SEO में Technical Seo और On page Seo करने का सही तरीका क्या है ?

Technical Seo और On page Seo क्या होता है

यदि आप भी इंटरनेट पर अपनी सामग्री प्रस्तुत करते है तो वह commercial purpose , informational purpose, navigational purpose या फिर कोई अन्य प्रकार की सामग्री हो सकती है।

हम इसे लोगों तक पहुंचाना चाहते है तो उसके लिए Seo करना बहुत जरूरी है।

ब्लॉग पोस्ट या किसी भी सर्विस को आप इंटरनेट पर डालने है तो उसे वेब सर्च इंजन के अनुसार बनाना बहुत जरूरी हो जाता है क्योंकि इसमें हमें सर्च इंजन को कुछ SEO Tools की मदद से निर्देश देना होता है कि यह डाटा है और इस कैटेगरी से संबंधित है।

SEO में Technical Seo और On page Seo करने का तरीका और प्रकार जानिए बिलकुल आसन भाषा में ?

इन सभी आयामों को जब सर्च इंजन के बोट्स Crawling द्वारा पहचान करते है और इसकी indexing करते है तब जाकर यह हम इंटरनेट पर एक निश्चित पहचान के साथ दृश्य होती है।

इसलिए Internet पर Upload की गई प्रत्येक सामग्री का SEO optimization होना बहुत ही आवश्यक साबित हो जाता है।

आज के इस लेख में हम यही सब सीखने वाले है लेकिन इससे पहले आपको कुछ सूक्ष्म जानकारी होनी चाहिए जिसे हम नीचे प्रस्तुत करने जा रहे है।

 SEO की Full Form क्या होगी।

हम आपको बता दे की Seo की फूल फॉर्म “Search Engine optimization” है।

SEO की शुरआत कब हुई।

डिजिटल सामग्री में webmasters द्वारा सन् 1990 के बाद SEO की शुरआत करी जिससे इंटरनेट पर मौजूद डाटा की उपलब्धता में अति सुधार हुआ।

SEO क्या होता है और क्यों जरूरी है।

आधुनिक कला के युग में ज्यादातर information इंटरनेट पर Digital content के रूप में संग्रहीत कर दी गई है।

लेकिन विभिन्न प्रकार की सूचना और डाटा को छाठना आम आदमी के लिए तो क्या बल्कि मशीन के लिए भी बहुत भारी काम हो जाता है।

इसी Demerit को देखते हुए webmasters ने सन् 1990 से SEO की शुरआत की ” जिसमें व्यक्ति या मशीन द्वारा किसी भी डाटा या सूचना को इंटरनेट/गूगल पर डालने से पहले उसे filter करके डालने का ऑप्शन दिया गया, जिसमे बहुत से Optimization tools शामिल किए गए “।

इससे फायदा ये हुआ की Search Engine को Data filter करने में शुद्धता और तीव्रता प्राप्त हुई जिसके चलते व्यक्ति इंटरनेट पर मौजूद प्रत्येक कंटेंट को आसानी से फिल्टर करके अपने अनुसार देख सकता है।

इतना सब पढ़ने के बाद आपको यह तो पता लग ही गया होगा की आखिर SEO होता क्या है।

अब शुरू होता है हमारा मुख्य उद्देश्य जो हम आपको नीचे के आर्टिकल में समझाएंगे तो चलिए जानते है।

जैसा की हमने ऊपर बात की थी optimization tools की लेकिन वास्तव में यह क्या होते है इनके बारे में जानना आवश्यक है।

तो चलिए अब हम आपको इनके बारे में समझाते है –

SEO Optimization tools कौन – कौन से है

जब भी आप Internet पर अपनी सामग्री डालते है तब आपके सामने कुछ टूल्स दिखाई देते है। वास्तविकता में यह सब SEO का ही हिस्सा है।  जैसे :

एक URL structure को Seo friendly बनाना

दो Content optimization सही से करना

तीन Proper keywords का उपयोग करना

चार GEO-tagging ( local SEO ) लगाना

पांच Meta title optimization सही से करना

छह Heading tag optimization सही से करना

सात Image optimization को सही से करना

आठ  Internal links को अपने ब्लॉग में जोड़ना

नों External links को अपने ब्लॉग में जोड़ना

दस  Meta description optimization सही से करना

ग्यारह  Meta keywords optimization सही से करना

इतना कुछ पढ़ने के बाद Seo आपके थोड़ा – बहोत जरूर समझ आया होगा लेकिन यह काफी नहीं है।

Seo का विस्तार अभी और बाकी है उनको समझने का प्रयास करते है।

SEO के प्रकार बताइए।

हम आपको बता दे की Seo के कई प्रकार हो सकते है और इसका मुख्य कारण यह है की इंटरनेट विभिन्न तरह का डाटा Publish किया जाता है और ” Seo मूलत: डाटा की विभिन्नता ” पर निर्भर करता है।

चलिए जानते है :

Types of SEO full list

  1. Technical SEO
  2. On page SEO
  3. Off page SEO
  4. Video SEO
  5. Voice Search optimization
  6. Local SEO
  7. Image SEO

आज के इस आर्टिकल में हम केवल टेक्निकल Seo और On page Seo के बारे में खुलकर जानेंगे।

1) Technical SEO क्या है समझाये

यह भी SEO का ही पार्ट है और जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है की इसमें वेबसाइट को टेक्निकल आयामों से देखा जाता है फिर उसकी खामियों के अनुसार उसमे परिवर्तन किया जाता है।

SEO में Technical Seo और On page Seo करने का तरीका और प्रकार जानिए बिलकुल आसन भाषा में ?

जैसे :-

Website speed optimization करना 

Mobile friendly optimization करना 

Web crawling optimization करना 

Web indexing optimization करना 

Website Structure optimization करना 

Web URL optimization करना 

Schema Markup optimization करना 

Canonicalization optimization करना 

चलिए टेक्निकल seo के सभी प्रकार को एक – एक करके हम विस्तार पूर्वक समझने का प्रयास करते है जिससे आपको SEO के बारे में कोई परेशानी ना हो।

Website speed optimization क्या होता है 

SEO में Technical Seo और On page Seo करने का तरीका और प्रकार जानिए बिलकुल आसन भाषा में ?

यदि देखा जाए तो Seo में इसकी सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है क्योंकि इसी से User interface बढ़ता है और Bounce rate भी कम होती है।

क्योंकि जब भी कोई visitor वेबसाइट पर आता है और यदि website speed अच्छी नहीं होगी तो वह इसे Navigate कर देगा।

इसलिए वेबसाइट स्पीड high होनी चाहिए।

Web URL optimize क्या होता है 

इसमें वैबसाइट का या फिर ब्लॉगपोस्ट आदि का Url जितना सरल,प्रभावशाली और Seo friendly होगा उतनी ही गूगल सर्च इंजन की Crawling शानदार होगी जिसके चलते सर्च इंजन डाटा को आसानी से filter or indexing कर पायेगा।

Schema Markup optimization क्या होता है 

ब्लॉग पोस्ट लिखते समय विशेष रूप से इसका ख्याल रखा जाता है क्योंकि क्राउलिंग के समय वेब सर्च इंजनों को डाटा या कंटेंट को समझने में कोई दिक्कत ना हो जिससे वह इसे एक निश्चित कैटेगरी में स्ट्रक्चर्ड कर सके और वैबसाइट की रैंकिंग को भी बढ़ा सके जिससे वह सर्च इंजन में आसानी से visible हो सके।

Canonicalization optimization क्या होता है 

वेबसाइट में इसका भी लगभग समान ही कार्य है क्योंकि जब हम कंटेंट पब्लिश करते है तो उसका एक निश्चित Seo फ्रैंडली यूआरएल बनाता है जो की duplicate content problem से छुटकारा दिलाता है।

इससे यह पता चलता है की कंटेंट या डाटा सामग्री का वास्तविक url ये है बाकी को डुप्लीकेट मान लिया जाता है।

Web crawling optimization क्या होता है 

वेब सर्च इंजन के बोट्स या क्रॉलर्स जब वेबसाइट की Crawling करते है तो वो मुख्यत इन चीजों के होने पर focus करते है जैसे :- Hastags का प्रयोग, Url, Sitemap , robot.txt, Seo tags, Focus keywords आदि चीजों पर क्राउलिंग के माध्यम से विशेष सूचीबद्ध करके इंडेक्स करते है।

Mobile friendly optimization क्या होता है 

Website में जितनी भी आवश्यक सामग्री प्रयोग होती है चाहे वो Text format/Image format/Video format/Mediabase format आदि रूपों में दृश्य हो सकती है उन सभी को Indexing के समय मोबाइल फ्रैंडली बनाना जरूरी है।

Example :- यदि आप कंटेंट क्रिएट करते समय किसी वीडियो ,इमेज आदि का प्रयोग कर रहे हो तो उससे समानता सुनिश्चित कर लेवे की यह Mobile में  कैसी दिखेगी, Laptop में कैसी दिखेगी या फिर PC में क्या फॉर्मेट में नजर आएगी।

यदि इसमें गड़बड़ी होती है तो यह आपकी पूरी Website के Seo को प्रभावित कर सकता है।

Web indexing optimization क्या होता है 

इसमें यूजर को सभी SEO Tools को सुनिश्चित करना होता है की सभी ठीक व एक्यूरेट है या नही।

जिसमें शामिल टूल्स है जैसे :- Redirection setup, Canonical url or tags, XML sitemap, robots.txt, breadcrums, Local seo, 401 monitor, 301 monitor , Rich snippets आदि।

इन सभी की indexing optimization के तहत पहचान की जाती है।

Web Structure optimization क्या होता है 

सर्च इंजन में वैबसाइट के indexing के बाद वह कैसी दिखने वाली है वह कार्य इसमें किया जाता है या शामिल है।

जैसे की :- Page loading speed, url inspection, internal or external linking, navigation menus, sitemap submission, header & footer design, Typography balancing आदि सभी प्रकार के तत्वों की प्रदानता होती है।

2) On page SEO

SEO में Technical Seo और On page Seo करने का तरीका और प्रकार जानिए बिलकुल आसन भाषा में ?

जैसा की आप सभी को नाम से ही कुछ समझ आया होगा ” चालू पृष्ठ पर SEO करना ” अर्थात् वेबसाइट पर content लिखते समय या फिर ब्लॉग पोस्ट बनाते समय आपको SEO Tips or Tools को भी शामिल करना है जो कुछ इस प्रकार से होगा :-

Meta tags

Internal linking

External linking

User tags

Url inspection

Check Page speed

Image SEO

Content quality

Low keyword difficulty

Tags for Header

1) Meta tags

इसमें सम्मिलित है ब्लॉग पोस्ट या पेजेस का Description or Tiltles जिन्हें Seo friendly और प्रभावी बनाना।

2) Url inspect

ब्लॉग पोस्ट लिखते समय यूआरएल को Seo friendly बनाना और सही से indexing करवाना।

3) Internal linking

सभी सूचियों (categories) की Posts को आपस में link 🔗 करना और ब्लॉग के बीच – बीच में समान कीवर्ड वाली पोस्ट की इंटरनल लिंकिंग करवाना जिससे विजिटर/यूजर को पढ़ने में आसानी हो और वह एक साथ कही आयामों को एक साथ अध्ययन या समझ सके।

4) All Header tags

ब्लॉग में h1, h2, h3, h4, h5 आदि जैसी हेडिंग का प्रयोग करते हुऐ कंटेंट की रचना करना।

5) Page speed optimize

विभिन्न प्रकार की सामग्री लिखते समय उसको पब्लिश करने के बाद यह जांचना की इन्टरनेट पर Loading में कितना समय ले रहा है यदि ज्यादा समय में page load होता है तो उसे ठीक करना।

6) Content Quality को Check करना

यदि ब्लॉग पोस्ट बनाते समय आप ऐसा content लिखते हो जो वास्तव में इंटरनेट पर पहले से काफी मात्रा में मौजूद है तो बोट्स crawler आपकी post index शायद ही करे क्योंकि यह उनकी नजरो में एक duplicate और low value वाला content माना जायेगा।

इसलिए पोस्ट क्रिएट करते समय आपको इन चीजों का अवश्य ज्ञान होना चाहिए।

7) Low keyword difficulty का पता करना

SEO में Technical Seo और On page Seo करने का तरीका और प्रकार जानिए बिलकुल आसन भाषा में ?

तुम्हें कुछ ऐसे keyword research tools का इस्तेमाल करते हुए ऐसे कीवर्ड का पता करना चाहिए जिसकी Search volume 1000 से उपर हों और KD (0 -14) के बीच हो। इससे होगा यह की आपकी पोस्ट इंडेक्सिंग के बाद ranking में भी आयेगी और आप ऐसी विधि से Adsence का approval भी आसानी से ले सकते हो।

इस प्रक्रिया में आपको low value content का error नही आयेगा।

8) Image SEO करना ना भूलें

Alt text का उपयोग करना, image sitemap को सबमिट करना, image file name लिखना, image की साइज़ को Seo friendly रखना आदि चीजे इसमें सम्मिलित है।

9) External linking करना भी आवश्यक है

इसमें फायदा यह है की यदि आपकी वैबसाइट पर अच्छा – खासा Traffic generate होता है तो आप उस ट्रैफिक को external links द्वारा अपने Social media accounts पर एकत्रित कर सकते हों और वहा की reach बढ़ा सकते हो जिसमे शामिल है ( whatsapp group/Channel,Telegram channel/group आदि प्लेटफार्म )

10) User tags ,hastags, keywords का इस्तेमाल करना

ब्लॉग पोस्ट की रैंकिंग कराने के लिए आपको post से संबंधित Keywords,hastags आदि को जोड़ना पड़ेगा जिससे इंटरनेट पर वह एक निश्चित ब्लॉग पोस्ट की रैंकिंग कराने के लिए आपको post से संबंधित Keywords,hastags आदि को जोड़ना पड़ेगा जिससे इंटरनेट पर वह एक निश्चित niche में रैंक कर पाएगी।

11) Mobile friendly बनाना

SEO में Technical Seo और On page Seo करने का तरीका और प्रकार जानिए बिलकुल आसन भाषा में ?

आपको सभी ब्लॉग पोस्ट को ऐसे लिखना है जिसमे उपयोग होने वाली प्रत्येक सामग्री मोबाइल की Dimension के अनुकूल हो जिसे Load होने पर कोई error नही आए।

इसका मुख्य कारण यह है की इंटरनेट का उपयोग करने वाली 70-80% जनसंख्या मोबाईल का ही उपयोग करती है।

तो हमारे यह सभी टॉपिक्स Seo से रिलेटेड थे जिन्हें हमने सह विस्तार समझ लिया हैं।

Conclusion

ऊपर बताए गए इस आर्टिकल में आज हमने Seo क्या है,technical Seo क्या होता है और On page Seo क्या होता है सभी को और इनके प्रकारों को बहुत ही जबरदस्त तरीके से आपके सामने पेश किया है।

उम्मीद करते है आपको समझ में जरूर आयेगा।

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